इजराइल और फिलिस्तीन की लड़ाई में पूरी दुनिया के देश अलग-अलग गुट में बंट गए हैं. दोनों देशों के समर्थन में प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. भारत भी इन प्रदर्शनों से अछूता नहीं है. इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध की आंच दिल्ली में भी महसूस की जा रही है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और जामिया मिलिया इस्लामियाके छात्रों के कुछ ग्रुप लगातार फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं. शुक्रवार को भी जामिया मिलिया इस्लामिया में फिलिस्तीन समर्थित कुछ छात्रों ने नारेबाजी और प्रदर्शन किया.
Preachers of terrorism shouldn't utter a single word. Followers of Nathuram Godse should hang their heads in shame.
Just SHUT UP. https://t.co/lMR8iZX2lH
— Aishe (ঐশী) (@aishe_ghosh) October 10, 2023
फिलिस्तीन समर्थक ये छात्र इजराइल को एक ‘उत्पीड़क’ देश बता दे रहे हैं और फिलिस्तीन के पक्ष उतरे हैं. ये विरोध प्रदर्शन तब हो रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने इजराइल पर हुए हमास के हमले की कड़ी निंदा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी कर आतंकी हमले की निंदा की थी. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) एवं जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के कुछ समूह ने फिलिस्तीन की ‘स्वतंत्रता’ की मांग उठाई है. ये छात्रों ने फिलिस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की और इजराइल का विरोध किया.
अन्य छात्र संगठन ‘दयार-ए-शौक स्टूडेंट्स चार्टर’ ने भी फिलिस्तीन के समर्थन में आवाज उठाई है और फिलिस्तीन के साथ खड़े रहने की बात कही है. दूसरी ओर, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन करने के मामले में चार छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसे लेकर विश्वविद्यालय परिसर में काफी तनाव पैदा हो गया था.