सुभाष बडोनी
उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए जिले में राज्य और केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों व संगठनों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि और भूस्खलन की दशा में अवरुद्ध होने वाली सड़कों को तुरंत खोलने के लिए सभी प्रबंध अभी से सुनिश्चित किए जाएं। संवेदनशील स्थानों पर मशीनों और मानव संसाधन की निरंतर तैनाती रखने के भी निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में सभी संगठनों का रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम हो।
जिलाधिकारी ने जिला मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में मानसून की पूर्व तैयारी पर चर्चा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अतिवृष्टि और भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील है और अतीत में कई आपदाएं झेल चुका है। मानसून के दौरान सड़कों के अवरुद्ध होने की संभावनाओं को देखते हुए सभी विभागों और संगठनों को अपनी कार्ययोजना के अनुसार अभी से तैयारियां सुनिश्चित करनी होंगी।
उन्होंने यात्राकाल के दौरान जिले में हजारों यात्रियों के आवागमन को ध्यान में रखते हुए उनकी सुविधा, सुरक्षा और सुगमता का प्राथमिकता से ध्यान रखने की बात कही। जिलाधिकारी ने यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को असुविधा न हो।
पूर्व तैयारियों पर विशेष जोर
जिलाधिकारी ने संवेदनशील चिन्हित क्षेत्रों के लिए पूर्व तैयारियों को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया। सीमा सड़क संगठन, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड और लोक निर्माण विभाग को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों को सुचारू बनाए रखने के लिए मशीनों और कार्मिकों की समय से और पर्याप्त मात्रा में तैनाती करने के निर्देश दिए। उन्होंने आकस्मिकता से निपटने के लिए स्टॉक में अतिरिक्त वैलीब्रिज रखने का भी सुझाव दिया।
व्यापक तैयारी की योजना
जिलाधिकारी ने बताया कि मानसून प्लान के तहत सड़कों को खोलने के लिए 51 जेसीबी और डोजर सहित 100 से अधिक हैवी मशीनों की तैनाती की योजना तैयार की गई है। इन मशीनों के लिए आवश्यक उपकरण और ईंधन का पर्याप्त स्टॉक इनके तैनाती स्थल के निकट ही रखा जाएगा। आपूर्ति विभाग को दूरस्थ खाद्यान्न गोदामों में तीन महीने का स्टॉक पहले से पहुंचाने और धामों के निकट के गोदामों में रसोई गैस का स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं।
विभिन्न विभागों को निर्देश
राजस्व और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आकस्मिकता की स्थिति में आश्रय स्थलों का चिन्हीकरण कर उनमें रहने-खाने की सभी व्यवस्थाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर ऊपरी क्षेत्रों के लिए पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी की स्थानीय स्तर पर व्यवस्था करने के लिए भी कार्रवाई करने को कहा गया है।
बैठक में आवागमन के लिए प्रयुक्त की जाने वाली ट्रॉलियों का समुचित रखरखाव, जलभराव की समस्या का निस्तारण और संचार व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के संबंध में भी निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रमुख अधिकारी मौजूद
इस बैठक में अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, नवाजिश खलीक, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बी.एस. रावत, मुख्य उद्यान अधिकारी डी.के. तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, डीडीएमए के अभियंता शार्दूल गुसाईं, सीमा सड़क संगठन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।